अपने दिमाग की एकाग्रता कैसे बढ़ाएं?

अपने दिमाग की एकाग्रता कैसे बढ़ाएं

इस ब्लॉग में जाने “अपने दिमाग की एकाग्रता कैसे बढ़ाएं?

यह बात तो किसी से छिपी नहीं है, हर कोई जानता है कि आजकल के वातावरण में दिमाग को एकाग्र (concentrate) रखना बहुत ज्यादा मुश्किल हो गया है। लोगों की जीवनशैली इतनी मुश्किल हो गई है, ऊपर से उनके पास इतना समय भी नहीं रहता कि वे अपने दिमाग को एकागृत कर सकें। रोजमर्रा के कामों से वे इतना चिंतित और मसरूफ रहते हैं कि उन्हें फुर्सत ही नहीं कि व अपनी एकाग्रता (concentration) को बढ़ा सके। 

आजकल के माहौल में अपने दिमाग को एकागृत करना काफी कठिन काम हो गया है। दिमाग को एकागृत करना बहुत मुश्किल हो गया है, हर कोई इसके बारे में जानना चाहता है कि वह दिमाग की एकाग्रता को कैसे बढ़ाए, कैसे किसी भी चीज पर फोकस करें। आज के इस शीर्षक में हम बात करेंगे कि दिमाग की एकाग्रता (concentration) को कैसे बढ़ाएं।

दिमाग की एकाग्रता को बढ़ाने के बारे में कुछ जानकारी

आप यह कह सकते हैं कि एकाग्रता एक मानसिक अवस्था है जो व्यक्ति के मस्तिष्क में औषधि का काम करती है। एकाग्रता आने से व्यक्ति के चित् में अभूतपूर्व संतुलन आ जाता है। जिससे वह खुद को तरोताजा महसूस करता है। व्यक्ति को अपने मस्तिष्क को एकाग्रत रखना बहुत जरूरी है। अन्यथा उसके लिए कोई भी कार्य करना बहुत मुश्किल हो जाएगा। एकाग्रता (concentration) को शुरू से ही बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता रहा है। 

प्राचीन दर्शनों का मानना है कि जब एकागृत होकर कोई व्यक्ति ध्यान लगाता है तो उसे पूरे ब्रह्मांड की मंद ध्वनियां भी साफ सुनाई देने लगती हैं। दिमाग की एकाग्रता एक ऐसी चीज है जिस पर हम ध्यान देकर कुछ भी कर सकते हैं। अपनी छोटी सी छोटी और बड़ी कमियों को भी अच्छे ढंग से देख कर उसे सुधारने की कोशिश कर सकते हैं। एकाग्रता हमारे नजरिए को बेहतरीन बनाने की कोशिश करता है। एकाग्रता के द्वारा व्यक्ति के अंदर सुधार करने की कोशिश पैदा हो जाती है। एकाग्रता प्राप्त करने वाले लोग हमेशा सुलझे हुए रहते हैं। उनके साथ समय व्यतीत कर के हमें बहुत ही शांति और सुकून प्राप्त होता है। हमें ऐसा लगता है जैसे वह कोई चमत्कारी व्यक्ति है।

दिमाग की एकाग्रता बढ़ाने के कुछ उपाय

अच्छे वातावरण का चुनाव करें 

दिमाग की एकाग्रता बढ़ाने के लिए सबसे अच्छा उपाय यह है कि व्यक्ति को चाहिए कि वह एक अच्छे, शांति पूर्वक व खुशगवार वातावरण का चुनाव करें। ऐसे वातावरण में उसके अंदर से सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होगी और वह नकारात्मक उर्जा से छुटकारा हासिल कर पाएगा। अच्छा वातावरण व्यक्ति को एकाग्रता बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है और इस माहौल में व्यक्ति की एकाग्रता आसानी से बढ़ सकती है। इसलिए अच्छे वातावरण का चुनाव करें।

यदि आप का वातावरण और आसपास की चीजें साफ सुथरी और सलीके से रहेंगी तो आपके दिमाग की एकाग्रता बढ़ने में आसानी होगी। यदि आप गंदगी में रहेंगे और चीजें एक सही ढंग में नहीं होंगी बल्कि उल्टी-सीधी होंगी तो इस वजह से आपके दिमाग को एकाग्र होने में परेशानी हो सकती है। 

इसीलिए एकाग्रता बढ़ाने के लिए वातावरण को साफ सुथरा रखें। कोशिश करें कि हल्की सी खुशबू भी अपने वातावरण में फैलाए रखें। यहां तक कि आपको चाहिए कि किसी ऐसी जगह का चुनाव करें जहां पर प्राकृतिक ऊर्जा आपको मिले और शांति भी।

प्लानिंग करें

एकाग्रता बढ़ाने के लिए व्यक्ति को चाहिए कि वह प्लानिंग करता रहे। किसी भी काम को करने के लिए पहले से सोच विचार करें। अगर कोई व्यक्ति बिना सोच-विचार के कोई काम करता है तो यह उसके लिए दिक्कत खड़ी कर सकता है। इससे वह हमेशा अपनी जिंदगी में उलझा रहेगा। उसके दिमाग की एकाग्रता भी नहीं बढ़ पाएगी। इसीलिए दिमाग की एकाग्रता को बढ़ाने के लिए पहले से सोच विचार करके फैसला कर लेना चाहिए कि क्या करना है और कैसे करना है ताकि आगे चलकर किसी भी दिक्कत का सामना ना करना पड़े।

संगति पर विशेष ध्यान दें

अच्छी संगति का चुनाव करें। दिमाग की एकाग्रता को बढ़ाने के लिए संगति महत्वपूर्ण योगदान करती है। यदि हमारी संगति और हमारे दोस्त अच्छे रहेंगे तो हमारे दिमाग की एकाग्रता बढ़ने में दिक्कत नहीं आएगी। बुरी संगति में होने से हम हमेशा चिंतित रहेंगे और हमारे काम में बाधा आएंगी।

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प्रसन्नचित व्यवहार अपनाएँ 

हमेशा प्रसन्न रहने की कोशिश करें। जो व्यक्ति हमेशा खुश रहता है उसका दिमाग और उसका शरीर भी स्वस्थ रहता है। खुश होने पर व्यक्ति के शरीर से जो हार्मोन निकलते हैं वह व्यक्ति के मस्तिष्क और शरीर को स्वस्थ रखते हैं, और उसे नई ऊर्जा प्राप्त करने में मदद करते हैं। इससे उसके दिमाग की एकाग्रता बढ़ने में आसानी पैदा होती है। जो व्यक्ति हमेशा उदास, चिंतित और तनाव का शिकार रहेगा उसके दिमाग की एकाग्रता नहीं बढ़ पाएगी।

नशीली चीजों से दूरी बनाए रखें

दिमाग की एकाग्रता

दिमाग की एकाग्रता बढ़ाने के लिए व्यक्ति को चाहिए कि वह नशीली पदार्थों का प्रयोग ना करें। उसे चाहिए कि वह उससे जितना हो सके दूरी बनाए रखें। ऐसे लोगों के पास भी ना उठें बैठें जो नशीली पदार्थों के आदी हों। शराब, गुटका, सिगरेट, कुकीन, अफीम आदि जैसे नशीले पदार्थ व्यक्ति को सिर्फ और सिर्फ हानि पहुंचाते हैं। इससे व्यक्ति के शरीर और मस्तिष्क में परेशानियां हो जाती हैं।

व्यायाम करें

दिमाग की एकाग्रता को बढ़ाने के लिए सबसे उचित और बेहतरीन तरीका यही है कि व्यक्ति को हर रोज व्यायाम करना चाहिए। इससे उसका दिमाग तरोताजा रहेगा और उसके मस्तिष्क में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होंगी। व्यक्ति खुद को थका और आलस में महसूस नहीं करेगा। उसके अंदर कुछ करने का जज्बा पैदा होगा जिससे एकाग्र होने में मदद मिलेगी। व्यायाम हमारे लिए बहुत अनिवार्य है।

योगा करें

हर रोज योगा करें। इससे हमारे मस्तिष्क और शरीर को कई लाभ प्राप्त होते हैं। योगा को अपनी जिंदगी में शामिल कर लें और उसे इस तरह करें जैसे वह आपके लिए एक जरूरी काम हो।

भरपूर नींद लें

दिमाग की एकाग्रता को बढ़ाने के लिए नींद एक अहम रोल अदा करती है। जो व्यक्ति भरपूर नींद लेता है उसको दिमाग की एकाग्रता को बढ़ाने में आसानी होती है। पहले के लोगों में यह परेशानी नहीं थी। परंतु आज के समय में हर एक के पास यह परेशानी होती है।

आजकल ज़्यादातर लोग रात में देर तक जागते हैं और दिन में देर से उठते हैं जिससे उनका मस्तिष्क शांत नहीं रहता और वे थका हुआ खुद को महसूस करते हैं। इसलिए भरपूर नींद लें और समय पर ही सोएं।

अनुशासन अपनाएँ

अनुशासित रहें। दिमाग की एकाग्रता बढ़ाने के लिए अनुशासन बहुत जरूरी है। अनुशासन हर मर्ज की दवा है। इसीलिए चीजों को अनुशासित तरीके से ही करें। खुद भी अनुशासन का ध्यान रखें दूसरों को भी इसे अपनाने की बात कहें। यदि हम हर काम अनुशासन के अनुसार करेंगे तो हमें दिक्कतें कम आएंगी। इससे दिमाग की एकाग्रता भी बढ़ने में काफी सहायता मिलेगी। 

हर चीज  को समय पर करने की कोशिश करें। समय के अनुसार चीजों को एक क्रम में व्यवस्थित करें। कार्य को किसी दूसरे समय के लिेए ना टालें। याद रखें कि एक समय में एक काम ही करें। आजकल लोग अपने जीवन में इतने ज्यादा व्यस्त हैं कि वे एक काम के साथ दो तीन काम करते हैं। यहां तक कि वे अनेक काम एक साथ करने की कोशिश करते हैं परंतु वे कोई भी काम सही से नहीं कर पाते। इसीलिए एक समय पर एक काम ही करें और उसे समय पर करें। किसी भी काम को कल या परसों पर ना डालें।

चार्ट बनाएँ

चीज़ों को सही क्रम में लाने के लिए चार्ट बनाएँ। जीवन में सारणी बनाएं। कार्य को टीक से करने के लिए सारणी बनाना जरूरी है। वरना हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में परेशानियां और उलझनों के सिवा कुछ भी नहीं रहेगा। इसलिए सारणी बनाएं और इसी के अनुसार अपने कामों को अंजाम दें।

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लक्ष्य बनाएं

दिमाग की एकाग्रता

जिंदगी में कुछ करने और सफल होने के लिए लक्ष्य बनाना बहुत जरूरी है। बिना लक्ष्य के जिंदगी का कोई मतलब नहीं रहता। इसलिए जिंदगी में लक्ष्य बनाएं और उसी लक्ष्य को हासिल करने की कोशिश करें। इससे दिमाग की एकाग्रता बढ़ने में काफी मदद मिलेगी। यदि आप लक्ष्य को हासिल करने की कोशिश करेंगे तो आपको प्रेरणा प्राप्त होगी और इससे दिमाग की एकाग्रता भी बढ़ेगी। लक्ष्यहीन जीवन आपको मानसिक रूप से अस्वस्थ कर सकता है। लक्ष्यहीन जीवन का कोई मतलब बाकी नहीं रहता।

परिस्थितियों से निपटें

परिस्थितियों से हार ना मानें। व्यक्ति को चाहिए कि वह किसी भी परिस्थिति से भागने की कोशिश ना करें। यह न सोचे कि सारी परेशानियां उसी के साथ होती हैं। ठंडे दिमाग से सोच विचार करें और उस परेशानी से निकलने की राह को खोजें। यदि आप अपने दिमाग की एकाग्रता को बढ़ाने में मदद चाहते हैं तो परिस्थितियों से लड़ें। परिस्थिति से निपटने की कोशिश करें, ना कि उस से भागने की। उसका मुकाबला डटकर, आंखों में आंखें डालकर करें। जब आप परिस्थितियों का मुकाबला कर लेगें तो उसके बाद आपको जो खुशी प्राप्त होगी उसका कोई मोल नहीं होगा।

सफलता के लिए प्रयास करें

सफल लोगों को देकें और सफलता के बारे में पढ़ें। दिमाग की एकाग्रता बढ़ाने के लिए जरूरी है कि सफलता के पथ को देखा जाए। जो लोग सफल हुए हैं उनके बारे में किताबें पढ़ें। उनके बारे में जानने की कोशिश करें कि आखिर वह क्या चीज है जो उन को प्रभावित करती है और आगे बढ़ने में मदद करती है। खुद भी उन जैसा बनने की कोशिश करें।

निष्कर्ष

यह बात तो हम सभी जानते हैं कि मन को एक जगह केंद्रित करना और एकाग्रता बनाना बहुत मुश्किल है। क्योंकि हमारा दिमाग कभी भी एक जगह नहीं रहता, बल्कि वह चलता रहता है इसलिए हमें अपने काम पर फोकस करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दिमाग की एकाग्रता को बढ़ाने के लिए बहुत सारे लोग अपने अपने तरीके से काम करते हैं। यदि हम दिमाग की एकाग्रता को बढ़ा लें तो हम अपने काम को आसानी से चुटकियों में हल कर सकते हैं, और हमें किसी भी दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। दिमाग की एकाग्रता को बढ़ाने के लिए आप ऊपर बताए गए उपायों को अपना सकते हैं।

इस लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में हो तो कमेंट बॉक्स में अवश्य लिखें।

Author

  • Nayla Hashmi

    हेलो दोस्तों, मैं हूँ नायला हाशमी। मैं साइकोलॉजी में ग्रेजुएट हूँ और मैंने काउंसलिंग में डिप्लोमा किया है। मैं मेंटल हेल्थ पर बात करना जरूरी समझती हूँ। मैं एक राइटर हूँ और हेल्थ और वेलनेस पर लिखती हूँ। मुझे लगता है कि किसी भी बात या जानकारी को आसान और सीधे तरीके से शेयर करना लोगों से जुड़ने का बेहतरीन तरीका है। मेरी कोशिश है कि मैं कॉम्प्लेक्स आइडियाज को आसान और रिलेटेबल बनाऊं।

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Nayla Hashmi

हेलो दोस्तों, मैं हूँ नायला हाशमी। मैं साइकोलॉजी में ग्रेजुएट हूँ और मैंने काउंसलिंग में डिप्लोमा किया है। मैं मेंटल हेल्थ पर बात करना जरूरी समझती हूँ। मैं एक राइटर हूँ और हेल्थ और वेलनेस पर लिखती हूँ। मुझे लगता है कि किसी भी बात या जानकारी को आसान और सीधे तरीके से शेयर करना लोगों से जुड़ने का बेहतरीन तरीका है। मेरी कोशिश है कि मैं कॉम्प्लेक्स आइडियाज को आसान और रिलेटेबल बनाऊं।

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