इस ब्लॉग में हम जानेंगे “मधुमेह (डायबिटीज) के कारण,लक्षण और निवारण के बारे में“
मधुमेह को डायबिटीज़ के नाम से भी जाना जाता है। ये एक ऐसी बीमारी है जो आज बच्चे से लेकर बड़े लोगों में सामान्य तौर पर देखने को मिलती है। वैसे तो ये बीमारी साधारण रूप से लोगों के बीच देखने को मिल जाती है लेकिन ये कोई हल्की बीमारी नहीं है।
जैसा कि हम आज कल अपने आस पास बदलते माहौल को तो देखते ही हैं। आजकल वातावरण में बदलाव हो रहा है बल्कि आज हमारी जीवनशैली और ख़ान पान में भी काफ़ी बदलाव देखने को मिलता है।
आज शहरीकरण बढ़ रहा है और हम दूसरी संस्कृतियों की तरफ़ आकर्षित हो रहे हैं। इससे हम उनके ख़ान पान और रहन सहन को भी अपना रहे हैं। कभी कभी बदलाव की ये स्थिति व्यक्ति को सूट नहीं करती और वह किसी ना किसी बीमारी का शिकार हो जाता है।
मधुमेह भी एक ऐसी बीमारी है जो आज तेज़ी से फैल रही है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के द्वारा पेश की गई एक रिपोर्ट के अनुसार 2025 तक आते आते भारत में लगभग पाँच करोड़ 70 लाख लोग मधुमेह के रोग से ग्रस्त होंगे।
यह आंकड़ा विश्व के किसी भी देश की अपेक्षा काफ़ी अधिक है। यदि ये कहा जाए कि 2025 तक भारत में मधुमेह के सबसे अधिक रोगी पाए जाएंगे तो ये बात ग़लत न होगी।
इस बीमारी में व्यक्ति ना सिर्फ़ कमज़ोर हो जाता है बल्कि वो कोई अन्य शारीरिक श्रम करने में भी असमर्थ रहता है। आज के अपने इस लेख में हम मधुमेह से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण बातों की चर्चा करेंगे। तो आइए अपने इस लेख की शुरुआत करते हैं।
मधुमेह (डायबिटीज़) क्या है? | What is Diabetes in hindi
शरीर में इंसुलिन की पर्याप्त मात्रा का ना होना या ना बनना या शर्करा की मात्रा का बढ़ जाना ही मधुमेह कहलाता है।
पीड़ित लोगों के शरीर मे इंसुलिन (Insulin) की पर्याप्त मात्रा का ना होना या शरीर द्वारा इंसुलिन का पूरी तरह से इस्तेमाल ना किया जाना भी मधुमेह कहलाता है।
इस रोग में शरीर की कोशिकाएं शुगर का सही से अवशोषण (absorption) नहीं कर पाती और खून मे शुगर की मात्रा बढ़ जाती है।
इस बीमारी में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है। एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में इंसुलिन नामक हार्मोन के द्वारा भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है।
मधुमेह के प्रकार | Types of Diabetes in hindi
मधुमेह के तीन प्रकार होता है-
टाइप 1 मधुमेह | Type 1 diabetes in hindi
इसमें मनुष्य का शरीर इंसुलिन नहीं बना पाता है। मनुष्य जो भोजन करता है, उस भोजन से शर्करा (sugar) लेने और ऊर्जा में बदलने के लिए मनुष्य को इंसुलिन की जरूरत पड़ती है।
मधुमेह टाइप 2 | Type 2 diabetes in hindi
इसमें मनुष्य का शरीर इंसुलिन को अच्छी तरह से नहीं बना पाता है अथवा उसका उपयोग नहीं कर पाता है। मनुष्य को मधुमेह रोग पर नियंत्रण करने के लिए औषधि खाने या इंसुलिन को लेने की जरूरत पड़ सकती है।
मधुमेह टाइप 3 (गर्भावस्था-कालीन) | Type 3 diabetes in hindi
यह मधुमेह रोग तब होता है जब महिला गर्भवती होती है। प्रायः बच्चे के जन्म होने के बाद यह ठीक हो जाता है लेकिन कुछ समय बाद महिला व बच्चे दोनों को मधुमेह रोग के दोबारा से होने की संभावना रहती है।
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मधुमेह के कारण | Causes of Diabetes in hindi
जैसा कि हम जानते हैं कि शरीर में इन्सुलिन के उत्पादन में बाधा होने पर शुगर का लेवल डिसबैलेंस या अनियंत्रित होने लगता है।
इंसुलिन का पर्याप्त मात्रा में न बनने के कारण शरीर में शुगर बढ़ने लगता है। यही स्थिति डायबिटीज़ या मधुमेह कहलाती है। मधुमेह के कुछ और भी विशेष कारण है या यूँ कहें स्थितियां है जिन से शरीर में शुगर का लेवल बढ़ सकता है। तो आइए बात करते हैं उन स्थितियों के बारे में-
फ़ास्ट फ़ूड का सेवन
आजकल लोगों में आहार को लेकर नए नए एक्सपेरिमेंट्स करने का उत्साह देखने को मिलता है। इसी के चलते लोग ना सिर्फ़ नई चीज़ों को आज़माते हैं बल्कि वे फ़ास्ट फ़ूड को भी अपने आहार में जगह देते हैं। ये फ़ास्ट फ़ूड अतिरिक्त कैलोरीज से भरपूर होता है जो ना सिर्फ़ वसा (fat) के स्तर को बढ़ाता है बल्कि शरीर में शुगर के लेवल को भी अनियंत्रित कर सकता है।
तनाव लेना
ये बात सत्य है कि चिंता करना स्वास्थ्य के लिए काफ़ी हानिकारक है। वैसे भी कहा जाता है कि चिंता चिता के समान होती है। दरअसल ये बात इसलिए कही जाती है क्योंकि चिंता या तनाव कई बीमारियों को निमंत्रण देता है जिनमें एक बीमारी डायबिटीज़ भी है।
अधिक स्ट्रेस या तनाव लेने से व्यक्ति का मस्तिष्क सही से रिस्पॉन्ड नहीं कर पाता। इससे शरीर को इंसुलिन के उत्पादन से सम्बन्धित सही गाइडलाइन मिलने में समस्या होती है। फलस्वरूप डायबिटीज़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
सॉफ़्ट ड्रिंक्स का सेवन
यदि आप कोल्ड ड्रिंक्स के शौक़ीन हैं तो हम आपको बताते चलें कि ये डायबिटीज़ की बीमारी के लिए सबसे ज़्यादा उत्तरदायी होती हैं। जी हाँ, सॉफ़्ट ड्रिंक्स जैसे कि कोका कोला, पेप्सी इत्यादि में शुगर की एक भारी डोस या अत्यधिक मात्रा उपस्थित होती है। इससे शरीर में शुगर का लेवल बढ़ सकता है।
अनिश्चित जीवन शैली
अनिश्चित जीवन शैली विभिन्न बीमारियों का सीधा सीधा आमंत्रण होती है। जो लोग अपनी जीवनशैली को डिसिप्लिन में नहीं रखते हैं उन्हें ना सिर्फ़ दिन प्रतिदिन के कार्यों में बाधा उत्पन्न होती है बल्कि इससे वे शुगर या डायबिटीज़ जैसी ख़तरनाक बीमारी से भी ग्रस्त हो सकते हैं।
मधुमेह के लक्षण | Diabetes symptoms in hindi
शरीर में इंसुलिन का ना बन पाना
वज़न घटना
भूख बढ़ जाना तथा अत्यधिक भूख का आभास होना
मांसपेशियों में दर्द
शरीर में थकावट
नींद ना आना
हाथ पैरों में झनझनाहट
शरीर में सनसनाहट महसूस होना
साँस फूलना
मधुमेह के सामान्य लक्षणों के तौर पर इन्हें देखा जा सकता है। कुछ ऐसे लक्षण हैं जो शरीर में मधुमेह की स्थिति के गंभीर हो जाने पर दिखाई देते हैं। जैसे आँखों की रोशनी कम हो जाना, अचानक से ब्लड प्रेशर का अधिक या कम हो जाना आदि।
मधुमेह या डायबिटीज़ की समस्या का निवारण कैसे करें? How to solve the problem of diabetes or diabetes?
डायबिटीज़ की समस्या ताउम्र या पूरी ज़िंदगी रहने वाली समस्या है लेकिन ऐसा नहीं है कि इससे मरीज़ अपनी ज़िंदगी जीना छोड़ दे। डायबिटीज़ को कंट्रोल में रखना ज़रूरी है। आइए निम्नलिखित उपायों के ज़रिए जानते हैं कि हम डायबिटीज़ की समस्या का निवारण कैसे कर सकते हैं।
सबसे पहले तो इस बात का ख़याल रखें कि जो भी खाएं स्वस्थ खाएं। जी हाँ, हम जो भी आहार लेते हैं उसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसलिए ये ज़रूरी है कि हम अपने आहार में पौष्टिक चीज़ों को ही शामिल करें।
कोल्ड ड्रिंक्स और फ़ास्ट फ़ूड का सेवन कम करें। ऐसे लोग जिन्हें डायबिटीज़ नहीं है उन्हें भी इन चीज़ों का सेवन कम से कम करना चाहिए। जिन लोगों को पहले से ही डायबिटीज़ है उन्हें इन चीज़ों का सेवन भूल कर भी नहीं करना चाहिए। ये चीज़ें डायबिटीज़ के स्तर को भयानक रूप से बढ़ा सकती हैं।
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डॉक्टरी परामर्श के बिना किसी भी चीज़ का सेवन न करें। किसी भी दवा या खाद्य पदार्थ को लेने से पूर्व डॉक्टर से अवश्य पूछें कि वह स्वास्थ्य के लिए सही रहेगा या नहीं। ये सलाह हर डायबिटीज़ की पेशेंट को मानना आवश्यक है।
समय समय पर डॉक्टर के द्वारा दी गई दवाइयां और इंसुलिन के इंजेक्शन लेते रहें।
पर्याप्त जल का सेवन करें।
एक्सपर्ट और डॉक्टरी परामर्श के अनुसार प्रतिदिन व्यायाम आवश्यक करें।
निष्कर्ष | Conclusion
जैसा कि हम जानते हैं कि मधुमेह या डायबिटीज़ एक ख़तरनाक बीमारी है जो उम्रभर रहती है। ये बीमारी यदि एक बार व्यक्ति को हो जाएं तो वह पूरी उम्र इससे पीछा नहीं छुड़ा पाता। इसलिए हमें कोशिश करनी चाहिए कि हम इस बीमारी से जितना हो सके बच सकें। इसके लिए हमें अपने आहार और जीवन शैली को स्वस्थ बनाना होगा।
इसी के साथ साथ उन चीज़ों से बचने का प्रयास करें जो इस बीमारी की ओर ले जाती हैं। इस लेख में हमने डायबिटीज़ से सम्बंधित महत्वपूर्ण बातों की चर्चा की है। आशा है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगा।
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