इस ब्लॉग में हम जानेंगे “स्ट्रेस मैनेजमेंट (तनाव प्रबंधन) से आप क्या समझते हैं और इसको मैनेज करने के उपाय क्या हैं?“
सबसे पहले तो हमें यह जानना जरूरी है कि तनाव होता क्या है? जब किसी भी व्यक्ति के ऊपर उसकी क्षमता से ज्यादा मानसिक दबाव पड़ता है तो उसकी चिंता बढ़ जाती है। इसी को तनाव (स्ट्रेस) कहते हैं। तनाव एक खतरनाक बीमारी है। इस पर नियंत्रण पाना बहुत जरूरी है अन्यथा यह जानलेवा भी हो सकती है। जब भी कोई व्यक्ति किसी मानसिक तनाव का शिकार होता है तो उसके अंदर बेचैनी पैदा हो जाती है और यह बेचैनी उसे किसी तरह भी चैन नहीं लेने देती। हर वक्त दिमाग उसी तनाव में रहता है इसलिए आज हम तनाव को कैसे काबू में किया जाए और इसको दूर करने के लिए क्या-क्या उपाय अपनाए जाएं, इसके बारे में चर्चा करेंगे। तो आइए जानते हैं कि वह क्या चीज है जिसके जरिए से हम अपने तनाव (स्ट्रेस) को कम कर सकते हैं-
तनाव (स्ट्रेस) को कम करने के 12 उपाय | Tanav (Stress) ko kam karne ke 12 upaay in Hindi
ना कहना सीखें
जो काम हमारे सामर्थ्य से बाहर है उसके लिए ना कहना जरूरी है। यदि हम हमेशा हां कहते रहेंगे तो हमारे आसपास के लोग हमारा फायदा उठाएंगे जिसके कारण हम हमेशा तनाव का शिकार रहेंगे। इसलिए ना कहना सीखना चाहिए। अगर हम ना कहना सीख लेते हैं तो इसके द्वारा हमारी चिंता कम हो जाएगी जिसकी वजह से हम तनाव का शिकार नहीं होंगे।
सकारात्मक विचारों को अपनाएं
हमेशा हमें सकारात्मक विचार रखना चाहिए और नकारात्मक विचारों से दूर रहना चाहिए। यहां तक कि हमें अपने आसपास के वातावरण की भी सकारात्मक चीजों को अपनाना चाहिए। ऐसी चीजों से दूर रहें जो हम पर बुरा प्रभाव डालती हैं क्योंकि इसके कारण हमारे अंदर तनाव पैदा होने लगता है।
व्यायाम करें
व्यायाम करना बहुत ही आवश्यक है। यदि हम हर रोज व्यायाम करते हैं तो इसके जरिए से हमारा मानसिक तनाव कम होता है और इससे हमारा पूरा दिन अच्छे से गुजरता है। हर रोज व्यायाम करने से हमारा शरीर और मस्तिष्क स्वस्थ रहता है। व्यायाम करने के कारण हमारे अंदर सकारात्मक उर्जा उत्पन्न होती है जिससे तनाव कम होता है और हम स्वस्थ बने रहते हैं। व्यायाम करने से चिंता देने वाले हारमोंस में कमी आ जाती है।
ज्यादा सोचने से परहेज करें
ज्यादा ना सोचें। किसी भी चीज को बार बार सोचना या छोटी छोटी चीजों को ज्यादा सोच लेना भी हानिकारक होता है। यह तनाव का कारण होता है। इसलिए हमें तनाव कम करने के लिए ज्यादा नहीं सोचना चाहिए। बस उतना सोचें जितना कि हमारे लिए फायदेमंद है।
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अपने दिल की बात साझा करें
किसी ऐसे व्यक्ति को अपनी जिंदगी में शामिल करें जिसके सामने आप अपने दिल की बात कर सकें। अगर आप अपने दिल की बात किसी से कह सकते हैं तो यह आपके लिए बहुत अच्छा है। बहुत से लोग दुनिया में ऐसे होते हैं जो अपने दिल की बात किसी से नहीं कह सकते क्योंकि उनका कोई साथी या परिवार नहीं होता जिससे वे खुलकर बात कर सकें। इसके कारण उनके अंदर चिंता पैदा हो जाती है और वे तनाव का शिकार बन जाते हैं। इसलिए किसी ना किसी को अपने दिल की बात जरूर बताएं। भारत एक ऐसा देश है जहां लोग परिवार को साथ लेकर चलते हैं। इस कारण वे अपनी बातें एक दूसरे से कह सकते हैं। यदि आप दूसरे ऐसे देशों को देखें तो जहां पर लोग परिवार से बहुत दूर रहते हैं वहां लोगों के पास अपनी बातों को कहने के लिए कोई नहीं होता। इसलिए वहाँ लोग किसी भी पालतू जानवर को रखते हैं जैसे कुत्ता या बिल्ली और उनसे अपनी बातें करते हैं। वहां के लोग तनाव का ज्यादा शिकार रहते हैं इसलिए हमें चाहिए कि किसी ने किसी से अपने दिल की बात जरूर करें।
चिकित्सक से संपर्क करें
अगर आपके अंदर किसी भी तरह की चिंता या तनाव बार-बार पैदा होता है तो आपको चाहिए कि आप किसी अच्छे साइकोलॉजिस्ट के पास जाकर अपनी समस्याओं का समाधान पाएं। इसमें कोई भी शर्म की बात नहीं क्योंकि यह कोई बीमारी नहीं है। यदि आप वक्त पर इसका इलाज करा लेते हैं तो आप बहुत बड़ी समस्या से बच सकते हैं लेकिन अगर आप इसको नजरअंदाज करेंगे तो आप मुसीबत में फंस सकते हैं।
पोषण से भरपूर आहार का सेवन करें
तनाव को दूर करने के लिए हमें अपने आहार पर पूरा ध्यान देना चाहिए और पोषण से भरपूर भोजन खाना चाहिए। आजकल लोग जंक फूड का का सेवन करते हैं जिसका प्रभाव उनके शरीर और मस्तिष्क पर नकारात्मक पड़ता है। हमें आहार में हरी सब्जियों, दूध, दही, अंडा को नियमित तौर पर शामिल करना चाहिए जिससे हमारा मस्तिष्क सही से काम करे और हमारा शरीर सही रहे।
हर रोज सुबह उठने की आदत डालें
तनाव पर नियंत्रण पाने के लिए जरूरी है कि हम हर रोज सुबह उठें। सुबह की खुशगवार हवा में टहलें, हरी हरी घास पर नंगे पैर चलें, जिससे आपके अंदर तनाव कम होगा और आपको खुशी महसूस होगी।
वक्त पर सोना सीखें
तनाव पर नियंत्रण पाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप वक्त पर सो जाएं। सोते वक्त मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक चीजों को दूर रखें क्योंकि इनसे निकलने वाला विकिरण मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव डालता है। इससे लोग हमेशा तनाव का शिकार रहते हैं। तनाव से बचने के लिए हमें वक्त पर सोना और वक्त पर उठना जरूरी है।
सामाजिक बनें
व्यक्ति को तन्हाई से दूर रहना चाहिए। जो लोग ज्यादा अकेलापन पसंद करते हैं वह लोग ज्यादातर तनाव के शिकार रहते हैं। इसलिए हमेशा समाजिक बनकर रहना चाहिए ताकि हम अपना दुख दर्द एक दूसरे से बांट सकें।
खुद को दूसरों से कंपेयर ना करें
अपने को कभी भी किसी से कम नहीं आंकना चाहिए। यह बात जरूर ध्यान में रखें कि प्रकृति ने हर एक के अंदर कुछ ना कुछ खास रखा है। इसलिए कभी भी किसी दूसरे को देखकर अपने को कम नहीं समझना चाहिए। यही तनाव का सबसे बड़ा कारण होता है। इसलिए खुद को दूसरों से कंपेयर ना करें।
प्रैक्टिकल बनें
ख्यालों की दुनिया से बाहर हटकर हकीकत में जिंदगी गुज़ारें।
हकीकत में जिएं। बहुत से लोग ऐसे हैं जो सोशल मीडिया और मोबाइल पर फिल्में देख देख कर उन जैसा बनने की कोशिश करते हैं। इससे उनकी ख्वाहिशें बढ़ जाती हैं। वे फ़िल्म में दिखाई गयी चीज़ों को सच मान लेते हैं। असली जिंदगी में इन चीज़ों को ना पाकर अक्सर लोग तनाव का शिकार बन जाते हैं।
इन चीजों से बचें और तनाव को दूर करें | Inn cheezon se bachein aur tanav ko dur karein in hindi
- नशीली चीजों से दूर रहें
- बुरे दोस्तों से दूर रहें
- ज्यादा ना सोचें
- बढ़ा चढ़ाकर बातें ना करें
- जंक फूड से परहेज करें
- शराब ना पिएँ
- छोटी छोटी चीजों को दिल पर ना लगाएं
- ख्यालों की दुनिया से दूर रहें
- देर तक ना सोएँ
- खुद को दूसरों से कम ना समझें
निष्कर्ष | Conclusion
दुनिया में बहुत तरीके के लोग रहते हैं और हर एक व्यक्ति दूसरे से भिन्न है। हर एक का तनाव दूसरे के तनाव से अलग रहता है। जो विद्यार्थी हैं उनका तनाव पढ़ाई-लिखाई, कापी किताबों से संबंधित रहता है। वहीं जो लोग परिवारिक संबंध में रहते हैं उनका तनाव पैसा कमाना होता है और वे अपने परिवार को खुशहाल रखना चाहते है। जो लोग कारोबार से संबंध रखते हैं वह अपने कारोबार को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाना चाहते हैं। इस तरह से वे तनाव का शिकार रहते हैं।
तनाव एक तरीके से हमारे लिए फायदेमंद भी होता है क्योंकि इसके जरिए से हम अपने काम को जल्दी से जल्दी खत्म करने की और सही से करने की सोचते हैं। ज्यादा तनाव लेने से क्या होता है?
जब यही तनाव हद से ज्यादा बढ़ जाता है और यह बार-बार चिंता का विषय बनता है और हमें हर समय परेशान करता है जिससे हमारे मस्तिष्क में समस्याए बढ़ना शुरू हो जाती है तब यह बहुत ज्यादा हानिकारक होता है। इससे बचना हमारे लिए जरूरी है।
इस लेख में हमने तनाव (स्ट्रेस) से बचने के कुछ महत्वपूर्ण तरीक़ों के बारे में चर्चा की है। ये तरीक़े बहुत ही सामान्य से हैं और इन्हें आम दिनों में आसानी से अपनाया जा सकता है।
अपने लेख में हमने तनाव को दूर करने का कोई ऐसा टेक्निकल तरीक़ा नहीं बताया है जो कठिन हो। इसलिए हम आशा करते हैं कि इन तरीक़ों को अपनाकर आप तनाव से बच सकते हैं।
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