Jaaniye Pani Peene ke Fayde kya kya hai? जानिये पानी पीने के फ़ायदे क्या क्या हैं?

इस ब्लॉग में हम  “Jaaniye Pani Peene ke Fayde kya kya hai?

कितना ज़रूरी है जल हमारे जीवन के लिए? | How important is water for our life?

जल को जीवन का आधार माना गया है। वैज्ञानिकों का ये स्पष्ट मत है कि इस पृथ्वी पर जल के आने के बाद ही जीवन पनप सका। इतना ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक ये भी मानते हैं कि यदि किसी अन्य ग्रह या या क्षुद्रग्रह पर पानी पाया जाता है तो वहाँ पर जीवन का अस्तित्व अवश्य होगा फिर चाहे वह किसी भी रूप में क्यों ना हो। 

इस प्रकार ये बात स्पष्ट हो जाती है कि जल का हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान है। जल से न सिर्फ़ हमारा जीवन शुरू हुआ बल्कि हमारे शरीर के लिए भी जल बेहद ज़रूरी है। 

बात करें यदि अपने शरीर की तो हमारे शरीर का 60% भाग जल से बना हुआ है। जल हमारे शरीर की विभिन्न समस्याओं को दूर करने में सहायता करता है। जल हमारे शरीर को निर्जलीकरण या डीहाइड्रेशन (डिहाइड्रेशन) से बचाता है।

वैसे तो हमारे जीवन में प्रतिदिन जल का किसी न किसी रूप में उपयोग होता रहता है और हम इस पर ध्यान भी नहीं देते। यदि यही जल हमारे जीवन से निकाल दिया जाए तो हमें काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आज का हमारा यह टॉपिक बेहद सिंपल सा है लेकिन आज की चर्चा में हम आपको ये बताएंगे कि वास्तव में ये सिंपल सा टॉपिक “जल” हमारे जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण है। तो आइए अपने इस लेख को हम आगे बढ़ाते हैं और बात करते हैं पानी पीने के फायदों के बारे में।

पानी पीने के फ़ायदे | Pani peene ke fayde

pani peene ke fayde

निर्जलीकरण या डिहाइड्रेशन से बचाता है

हमारे शरीर के आंतरिक भाग सही से कार्य कर सकें तथा हमारे शरीर का तापमान उचित बना रहे इसके लिए हमारे शरीर में जल की मात्रा होना अनिवार्य है। हमारे शरीर में तरल पदार्थ का स्तर मेंटेन होना आवश्यक है। 

यदि इस तरल की मात्रा का बैलेंस बिगड़ जाए तो ऐसे में यह स्थिति ख़तरनाक हो सकती है। शरीर में तरल का स्तर जल की कमी के कारण गिर सकता है। यदि यह स्थिति उत्पन्न हो जाए तो ऐसे में हम निर्जलीकरण या डिहाइड्रेशन की स्थिति में पहुँच सकते हैं। 

यक़ीन मानिए शरीर में डिहाइड्रेशन होना इतना ख़तरनाक है जितना आप सोच भी नहीं सकते। कई बार तो डिहाइड्रेशन मृत्यु तक का कारण बन सकता है। इसलिए ये बेहद ज़रूरी है कि हम अपने शरीर में पर्याप्त जल की मात्रा बनाए रखें। इसके लिए हमें प्रतिदिन प्रचुर मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए।

शारीरिक अंगों के लिए है ज़रूरी

हमारे शरीर के विभिन्न अंग काफ़ी मात्रा में तरल के बने हुए होते हैं। एच. एच. मिशेल, जनरल ऑफ़ बायोलॉजिकल कैमिस्ट्री 158 के अनुसार, हमारे शरीर का 60% भाग जल के द्वारा निर्मित होता है। हमारे मस्तिष्क तथा हृदय का लगभग 73% भाग जल का बना हुआ होता है। वहीं हमारे फेफड़े 83% तक जल के भाग के द्वारा बने होते हैं। त्वचा का 64% भाग, मांसपेशियों तथा गुर्दे का 89% भाग तथा हड्डियों का लगभग 31% भाग जल के द्वारा निर्मित होता है।

इस प्रकार यह बात स्पष्ट हो जाती है कि हमारे शरीर के आंतरिक अंग जल के द्वारा निर्मित होते हैं। तो ऐसी स्थिति में हम यह कह सकते हैं कि हमारे शरीर में पर्याप्त तरल का स्तर होना बेहद ज़रूरी है। यदि शरीर में निर्जलीकरण की स्थिति उत्पन्न होती है तो ऐसे में शरीर के आंतरिक भाग प्रभावित हो सकते हैं।

मांसपेशियों के लिये जल

मांसपेशियों का एक बड़ा हिस्सा जल के द्वारा निर्मित होता है। मांसपेशियों की कार्यप्रणाली सुचारु रूप से चलती रहे इसके लिए आवश्यक है कि मांसपेशियों तक जल की पर्याप्त सप्लाई पहुँचती रहे।

यदि मांसपेशियों तक जल की पर्याप्त मात्रा ना पहुँचे तो ऐसे में मांसपेशियों को जल की कमी से ग्रस्त होना पड़ सकता है। इसके कारण ना सिर्फ़ मांसपेशियों की कार्यप्रणाली पर बुरा असर पड़ता है बल्कि मांसपेशियों में दर्द तथा ऐंठन की भी समस्या देखने को मिल सकती है। यही कारण है कि मांसपेशियों के लिए जल बेहद ज़रूरी है।

वज़न संतुलित करने में जल 

जो लोग अधिक वज़न की समस्या से जूझ रहे हैं उनके लिए पर्याप्त जल का सेवन किसी रामबाण से कम नहीं है। जी हाँ, पानी शरीर में ना सिर्फ़ वसा (Fat) के स्तर को कम कर सकता है बल्कि ये वज़न को कम करने या संतुलित रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसके पीछे एक वैज्ञानिक वजह है।

असल में जो लोग पर्याप्त जल का सेवन करते हैं उन्हें समय पर भूख लगती है और वे पर्याप्त भोजन ग्रहण करने में सक्षम होते हैं। इसी के साथ साथ उन्हें बार बार भूख नहीं लगती है। इससे अनवॉन्टेड एपेटाइट या असमय भूख की समस्या से राहत मिलती है। इस वजह से व्यक्ति के शरीर में फ़ालतू फ़ैट नहीं आता है। नतीजा यह निकलता है कि व्यक्ति मोटापे की समस्या से बच जाता है।

शरीर के शुद्धीकरण के लिए

यहाँ पर शरीर के शुद्धीकरण से तात्पर्य शरीर को डिटॉक्सीफाई (Detoxify) या विषाक्त पदार्थों से मुक्त करवाना है।

हमारे शरीर में उपापचयी (Metabolic) क्रियायों के पश्चात कई केमिकल्स रिलीज़ होते हैं। इसी के साथ साथ कई विषाक्त पदार्थ भी हमारे शरीर में बनते हैं।

इन विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने के लिए शरीर में जल का होना ज़रूरी है। हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थ पसीने के साथ निकलते हैं। इसी के साथ साथ यूरीनेशन या मूत्र त्याग की प्रक्रिया में भी शरीर विषाक्त पदार्थों को त्याग देता है।

पसीना तथा मूत्र दोनों ही जल से निर्मित होते हैं। यदि शरीर में जल न हो तो ये विषाक्त पदार्थ शरीर से बाहर नहीं निकल पाएंगे। इससे हमारे शरीर में कई बीमारियां हो सकती हैं। इस प्रकार हम देख सकते हैं कि शरीर के शुद्धीकरण में जल कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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सिर दर्द से राहत

यह तथ्य थोड़ा चौंकाने वाला हो सकता है लेकिन सिर दर्द का एक कारण डिहाइड्रेशन भी हो सकता है। जी हाँ जब हमारे शरीर में जल की कमी होने लगती है तो ऐसे में शरीर निर्जलीकरण की स्थिति में आने लगता है। इससे कई बार सिर दर्द की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। तो इससे छुटकारा पाने के लिए हमें प्रतिदिन 8-10 गिलास पानी ज़रूर पीना चाहिए

रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए जल

साल 2019 से फैली महामारी कोरोना के कारण लोगों को रोग प्रतिरोधक क्षमता के प्रति जागरूक होने में काफ़ी मदद मिली है। दरअसल कोरोना महामारी के बाद लोगों को यह बात तो अच्छे से समझ में आ गई है कि शरीर में प्रतिरोधक क्षमता का मज़बूत होना बेहद ज़रूरी है अन्यथा वे ना सिर्फ़ कोरोना वायरस का बल्कि अन्य वायरस व बैक्टीरिया के हमले का शिकार हो सकते हैं।

यही कारण है कि अब लोग अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करने के उपाय ढूंढते रहते हैं। हम आपको बताते चलें कि पर्याप्त जल का सेवन करने से इम्यून सिस्टम (Immune System) को मज़बूती मिलने में काफ़ी मदद मिलती है। 

जब हम पर्याप्त जल का सेवन करते हैं तो ऐसे में हमारे शरीर से विषाक्त और टॉक्सिक पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाते हैं। इससे हमारे शरीर में एक स्वस्थ वातावरण उत्पन्न होता है जिसके कारण इम्युनिटी बूस्ट होती है। 

शरीर को ऊर्जा देने के लिए

यदि आपको बार बार थकान महसूस होती है और शरीर में ऊर्जा का स्तर कम लगता है तो ऐसे में आपको प्रतिदिन पर्याप्त जल का सेवन करना चाहिए। इससे सुस्ती की समस्या दूर हो सकती है। डॉक्टर्स का मानना है कि जब हमारे शरीर में जल का स्तर सही रहता है तो ऐसे में लाल रक्त कोशिकाएं (Red Blood Cells) ऑक्सीजन एक्सचेंज की प्रक्रिया को काफ़ी बेहतर तरीक़े से कर पाने में सक्षम होती हैं। इससे शरीर में ऊर्जा का लेवल मेंटेन होता है। तत्पश्चात शरीर में फुर्ती महसूस होती है। 

त्वचा के लिए फ़ायदेमंद

ड्राई स्किन (Dry Skin) का एक बड़ा कारण डिहाइड्रेशन की समस्या है। सनबर्न तथा सर्दी का मौसम हमारे शरीर से नमी को चुरा लेता है। इस कारण हमारी त्वचा ड्राई हो जाती है और बेजान दिखने लगती है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए हम जल का सेवन कर सकते हैं। 

एक्सपर्ट का मानना है कि जो लोग पर्याप्त जल का सेवन करते हैं वे एजिंग की प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं। जी हाँ ऐसे लोग लंबे समय तक जवान दिख सकते हैं और ऐसा होता है क्योंकि उनकी त्वचा में पर्याप्त नमी और पोषण बना रहता है। इसी के साथ साथ ये झुर्रियों की समस्या से भी निजात दिला सकता है।

शोध के अनुसार, त्वचा को जवान और पोषण से भरपूर रखने के लिए प्रतिदिन कम से कम दो लीटर पानी अवश्य पीना चाहिए। 

दिन में दो बार चेहरे को ताज़े पानी से धोने से भी काफ़ी राहत मिलती है। इसी के साथ साथ आप अपनी त्वचा पर बर्फ़ के टुकड़े से भी मसाज कर सकते हैं। बर्फ़ रगड़ने से झुर्रियों की समस्या से निजात मिल सकती है। 

सर्दियों के मौसम में चेहरे को ताज़े पानी से धोने पर चेहरा ड्राई हो सकता है और ऐसा मौसम के प्रभाव से होता है। इसलिए आप अपने चेहरे पर गुलाब जल, ग्लिसरीन और नींबू के रस को एक साथ मिलाकर लगा सकते हैं।

पाचन को करता है मज़बूत

प्रतिदिन पर्याप्त जल का सेवन करें ताकि आप क़ब्ज़ की समस्या से बच पाएं। जी हाँ, पर्याप्त जल हमारी पाचन की प्रक्रिया को सही से करने में मदद करता है। खाना खाने के लगभग आधे घंटे बाद ही पानी का सेवन करें। 

प्रतिदिन सुबह उठकर ख़ाली पेट गुनगुना पानी पीना भी काफ़ी अच्छा रहता है। इससे ना सिर्फ़ पाचन ठीक होता है बल्कि किडनी को भी सही से काम कर पाने में मदद मिलती है।

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क्या ना करें-

  • खाना खाने के तुरंत बाद पानी ना पिएँ।
  • चाय पीने के साथ साथ पानी ना पिएँ। इससे दाँत कमज़ोर हो सकते हैं।
  • गर्म पानी अपनी त्वचा पर न डालें। इससे त्वचा जल सकती है तथा बेजान दिख सकती है।
  • गर्म पानी से सिर को ना धोएँ। इससे डैंड्रफ की समस्या उत्पन्न हो सकती है और बाल कमज़ोर होने का ख़तरा रहता है।
  • प्रतिदिन लगभग 8-10 गिलास ही जल का सेवन करें।
  • जल की जो मात्रा एक्सपर्ट और वैज्ञानिक शोधों के द्वारा निर्धारित की गई है केवल उतने ही जल का सेवन करें। शरीर में जल की कमी के साथ साथ जल की अधिकता भी नुक़सानदेह हो सकती है।
  • ठंडे पानी का सेवन न करें या कम करें। यदि आप धूप से चलकर आए हों तो ऐसे में तुरंत पानी ना पिएँ।
  • सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि किसी भी क़ीमत पर पानी को बर्बाद ना करें। यह भले ही हमारे स्वास्थ्य लाभ से ना जुड़ा हो लेकिन ये हमारे अस्तित्व के लिए बेहद ज़रूरी है।

निष्कर्ष | Conclusion

सुनने में कितना सिंपल सा टॉपिक है “पानी पीने के फ़ायदे ( Pani peene ke fayde )” लेकिन आज आपको ये पता चल रहा होगा कि ये वास्तव में कितना महत्वपूर्ण है। पानी पीने से हमारे कई स्वास्थ्य लाभ पूरे होते हैं। इसलिए हमें पर्याप्त जल का सेवन करते रहना चाहिए। 

आज के अपने इस लेख में हमने जल से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी आपसे साझा की है। आशा है कि ये लेख आपको अवश्य पसंद आ रहा होगा।

अपने सवालों और सुझावों को हमारे साथ साझा करना ना भूलें।

Author

  • Deepak

    Deepak is an engineering graduate with a passion for health and wellness. Leveraging his technical expertise, he write about topics like healthy living, nutritious food, self-care, mental well-being etc. With a focus on evidence-based practices, Deepak aims to inspire others to lead balanced and healthier lives through their writing.

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